greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: BOOL#TRUE greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: 'int(HMIFrame.checkbox_1.GetValue())' greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: ')' greg@315: laurent@367: greg@315: greg@315: laurent@367: greg@315: greg@315: 'HMIFrame.spin_ctrl_1.SetValue(' greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: laurent@367: laurent@367: laurent@367: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: counter greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: INT#1 greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: laurent@367: laurent@367: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: greg@315: